Birth Certificate Online देशभर में अब जन्म प्रमाण पत्र बनवाना बहुत ही आसान हो गया है। पहले जहां लोगों को नगर निगम या पंचायत ऑफिस के चक्कर काटने पड़ते थे, अब वो सारा काम घर बैठे मोबाइल से हो रहा है। सरकार ने जन्म प्रमाण पत्र बनवाने की पूरी प्रक्रिया को डिजिटल कर दिया है ताकि आम जनता को किसी तरह की परेशानी न हो और समय की भी बचत हो सके।
जन्म प्रमाण पत्र क्यों जरूरी है?
आज के समय में जन्म प्रमाण पत्र बहुत जरूरी दस्तावेज बन गया है। बच्चे के स्कूल में एडमिशन से लेकर आधार कार्ड और पासपोर्ट तक हर जगह इसकी जरूरत पड़ती है। इसके अलावा अगर आपको कोई सरकारी योजना का लाभ लेना हो या फिर कहीं आयु प्रमाण देना हो तो भी ये काम आता है। इसलिए अगर आपके पास अभी तक जन्म प्रमाण पत्र नहीं है तो बिना देर किए ऑनलाइन आवेदन कर देना चाहिए।
नवजात शिशु का प्रमाण पत्र बनवाना हुआ आसान
अब नवजात बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र बनवाना भी पहले से काफी आसान हो गया है। अस्पताल से जो जन्म संबंधित कागजात मिलते हैं, उन्हीं के आधार पर आप ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। अगर किसी वजह से आपने समय पर आवेदन नहीं किया तो भी घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि अब देर से आवेदन करने पर भी ऑनलाइन तरीके से आप इसे बनवा सकते हैं। हां, लेट आवेदन पर कुछ अतिरिक्त शुल्क लग सकता है।
डिजिटल प्रक्रिया के फायदे
डिजिटल प्रक्रिया से समय और पैसे दोनों की बचत होती है। न तो ऑफिस जाकर लाइन में लगने की जरूरत है और न ही किसी कर्मचारी से मिलने की। ऑनलाइन पोर्टल पर जाकर आप खुद ही फॉर्म भर सकते हैं और आवेदन की स्थिति को भी ट्रैक कर सकते हैं। यह प्रक्रिया पारदर्शी होती है और ज़्यादा वक्त नहीं लेती।
आवेदन करते समय रखें सावधानी
फॉर्म भरते समय ध्यान रखना जरूरी है कि जो जानकारी आप दे रहे हैं वो एकदम सही हो। जैसे बच्चे का नाम, जन्म तिथि, माता-पिता का नाम, अस्पताल का नाम आदि। अगर इनमें से कुछ भी गलत हुआ तो बाद में दस्तावेज को ठीक करवाने में दिक्कत आ सकती है या फिर आवेदन रिजेक्ट भी हो सकता है।
किन-किन कामों में आता है जन्म प्रमाण पत्र?
जन्म प्रमाण पत्र की ज़रूरत कई जगह होती है। जैसे बच्चे के टीकाकरण, आंगनबाड़ी में नाम लिखवाने, स्कूल एडमिशन, सरकारी स्कॉलरशिप, पेंशन के लिए आवेदन और सरकारी योजनाओं में भाग लेने के लिए। ये एक ऐसा दस्तावेज है जो पूरे जीवन भर कई जगह काम आता है।
सरकार द्वारा मान्य एक वैध दस्तावेज
ये एक वैध सरकारी दस्तावेज होता है जिसे लगभग सभी विभाग मान्यता देते हैं। इसकी मदद से आप अपने जन्म की तारीख और पहचान को सरकारी रूप से प्रमाणित कर सकते हैं।
आवेदन के लिए जरूरी दस्तावेज
अगर आप नवजात शिशु का जन्म प्रमाण पत्र बनवाना चाहते हैं तो आपको अस्पताल से मिला जन्म से जुड़ा दस्तावेज, माता-पिता का आधार कार्ड, मोबाइल नंबर और बच्चे का नाम फॉर्म में भरना होगा। सभी डॉक्यूमेंट्स स्कैन किए हुए और साफ होने चाहिए।
आवेदन की समयसीमा और फीस
अगर सरकारी अस्पताल में जन्म हुआ है तो 21 दिनों के अंदर मुफ्त में जन्म प्रमाण पत्र मिल जाता है। अगर इस समयसीमा के बाद आवेदन किया तो लेट फीस देनी पड़ सकती है। हर राज्य की फीस अलग होती है इसलिए आवेदन से पहले अपने राज्य की जानकारी जरूर चेक कर लें।
हर राज्य में अलग हो सकती है प्रक्रिया
भारत के हर राज्य में जन्म प्रमाण पत्र बनवाने की प्रक्रिया थोड़ी अलग हो सकती है। जैसे किसी राज्य का पोर्टल अलग होगा, तो किसी में डिजिटल सिग्नेचर या दस्तावेज का फिजिकल वेरिफिकेशन जरूरी हो सकता है। इसलिए आवेदन से पहले अपने राज्य की वेबसाइट से सही जानकारी जरूर ले लें।
ऑनलाइन आवेदन कैसे करें?
ऑनलाइन आवेदन करने के लिए अपने राज्य के जन्म प्रमाण पत्र पोर्टल पर जाएं। वहां यूज़र अकाउंट बनाएं, फिर बच्चे की जन्म तिथि, माता-पिता की जानकारी, अस्पताल का नाम वगैरह भरें। डॉक्यूमेंट्स अपलोड करें और फॉर्म सबमिट करें। अगर सब कुछ ठीक रहा तो कुछ ही दिनों में प्रमाण पत्र आपके एड्रेस पर या पोर्टल से डाउनलोड के लिए उपलब्ध हो जाएगा।